हर भाषा को रोचक बनाने के लिए कहावतों का प्रयोग किया जाता हे| यह कहावतें सदियों के जीवन के अनुभव से बनती ह|
मारवाड़ी भाषा में कहावतों को अखाने कहा जाता हे| मारवाड़ी भाषा में इन अखानों का भण्डार हे |
इन अखानों की विशेषता हे क़ि ये स्थिति विशेष में ही याद आते हे |अखाने के अनुरूप घटना होते ही या माहोल बनते ही तुरंत याद आते हे|आ इये मारवाड़ी अखानों का मारवाड़ी में मज़ा लेते है।
1. जान जीमगी मांड जीमगी तोंयी उबलती रेई.
छ कौडी रे बेसन में पनालों कड़ी बहई
कड़ी की दावत बहुत सस्ते में हो जाती है
2 कोणे कौणे रे बणे हीं ने कोणे बिनो हजे नहीं.
लड़ झगड़ कर भी साथ रहना.
3 बोंदरी ने बिच्छु खायो
उछल कूद करने वाले को और उछलने का मौका मिल जाना
4. ज्योंरी खावों बाजारी वोंरी बजाओं हाजरी
रोजगार देने वाले के गुण गाना
5. बोले जीना तो बूमडा ही बिक जावे ह
प्रचार करना व्यापार के लिए आवश्यक हे
6. सेर री होंडी में सवा सेर ऊरियो
योग्यता से अधिक की प्राप्ति होना
7. गेली सासरे जावे नहीं ने जा वे तो पाछी आवे नहीं
हर काम बिना सीमा के करना
8. गाडो देख ने पग सुझावे
सुविधा मिलते ही असमर्थता बताना
9 खोड़ी बऊ बाहिंदो करे सात जणा टोंग झेले
एक काम को करने के लिए अनेक व्यक्तियों की सहायता लेना
10. बाबो बेठो इण घर ने टोंग पसारी उण घर
अत्यधिक बिखेरा करना
11. कालिए रे कने गोरियो बैठे
गुण नहीं लेई पण लखण तो लेवे
किसी का साथ मिलने पर उसके अवगुण ग्रहण करना
१२गप्प मा रूं गप्प मारूंगप्प बड़ी चीज़
बारह हाथ री काकडी ने सोलह हाथ रो बीज
मनगढ़ंत गप्प हांकना
13.आगेई बाबाजी पुठरा ने माथे लगाई भभूत
बिगड़े हुए काम को और बिगाड़ देना
14.चतुर मिनख रो काम नहीं करणों ने
अनविश्वासिये रो टाबर नही राखनो
ऐसे व्यक्ति की मदद नहीं करनी चाहिए जो अपने आप को बहुत पारंगत समझता हे! और जो किसी पर विश्वास नहीं करता हे उसके बच्चे की जिम्मेदारी भी नहीं
लेनी चाहिए .
15लदीयोड़ो गधो सीधो चाले
जब काम की जिम्मेदारी होती हे तो व्यक्ति का दिमाग ठीक रहता हे
16. चंवरी हेटे उतारनी सोरी ने हीए हेटे उत्तारनीदोरी
16. चंवरी हेटे उतारनी सोरी ने हीए हेटे उत्तारनीदोरी बेटी की शादी करनी आसान हे पर यह निर्णय लेना मुश्किल हे कि रिश्ता कहाँ किया जाय
17.रावलो तेल पल्ले में लीजे
मुफ्त में मिली वास्तु कि चिंता ज्यादा नहीं करनी
चाहिए। थोड़ी बहुत इधर उधर बिखर भी जाए तो भी
चलता है।
18.राजा थारे राज में पोल तो देखे जटेयी घुस जा
अनियमितता के बारे में शिकायत करने की जगह उसका लाभ उठाना ठीक रहेगा
19. बींद रे मुंडे लारों पड़े तो जोनी बापडा कई करे
जब नेता अयोग्य होता हे तो समर्थक भी असमर्थ
हो जाते हे।
20. बेरे में आयी जरे खेली में भी आयी
प्रमुख स्त्रोत में आपूर्ति होने के बाद ही आगे तक आपूर्ति होगी
21. जाया ही गोरा नहीं तो नायो कोई गोरा व्हे
वंशानुगत आदतें बदलना नामुमकिन है
22.फूहड़ चाले कलमच्कोल ने डावो कंवलो लेगी तोड़
जिस व्यक्ति में सलीका नहीं होता हे वह अत्यधिक गेर जिम्मेदार होता है
23. सोने ऊँ घडाई मूंगी
बहुत महंगा सौदा
24. बड़ों पेली तेल पीवे
लाभ अर्जित करने में आगे रहना
25. भूत मरे ने पलीत जागे
एक समस्या का हल होते ही दूसरी प्रकट हो जाना
26. कदे मरिया ने कदे भूतनी बणिया
अज्ञान व्यक्ति का अचानक ज्ञानी बन जाना
27. कैर आलो ही बले ने सासू सूदी ही लड़े
सास हमेशा झगडालू ही लगती है।
28. गधों ऊ कई गलियों छोनी हे कई
अपने कार्य में व्यक्ति पारंगत होता हे
29 राब केवे के मनेई दोंतों ऊँ खावो
अयोग्य व्यक्ति का भी सम्मान की अपेक्षा रखना
30 थप्पड़ मार ने गाल रातो राखे
झूठी शान दिखाना
31 केयोड़ो कुम्हार गधे माते कोनी चढ़े
दूसरों के कहने से अच्छी सलाह भी नहीं मानना
32 ठोठी रे मन में घणी आवे
असमर्थ व्यक्ति को हर कार्य आसान लगता है।
३३ भाटो मार ने माथो मोंडियो
स्वयं तकलीफ को बुलाना
34 नवो मुल्लो घणो अल्ला अल्ला करे
नौसिखिया व्यक्ति अधिक ज्ञान बखारता है।
35 सातों री माँ ने सियालिया खाय
अधिक व्यक्तियों को जिम्मेदारी सोंपने पर कार्य बिगड़ जाता हे
36 नोनोने जीमण ने माँ घी घालन वाली
दोहरे लाभ का स्थान
37 जगत आगे जीतिया ने पेट आगे हारिया
सफल व्यक्ति को भी अपनी संतान के आगे
झुक जाना पड़ता हे।
38 छोने सेक बुलाई ने ऊंट चढ़ ने आयी
गुप्त रखने वाली बात का ढिंढोरा पीटना
39 सात दाइयों भेली व्हे जरे पेट फोड़े
जहाँ बहुत अधिक विशेषज्ञ होते हैं तो सफलता
की संभावना कम हो जाती है
40 दाई ऊँ पेट छोनों कोनी
जानकार व्यक्ति से स्थिति छुपाना मुश्किल है।
41 सेर री होंडी में सवा सेर ऊरियो
योग्यता से अधिक प्राप्त हो जाना।
42 पगे बलती तो दिखे कोनी ने डूंगर बलती दिखे कोनी
खुद की समस्या का हल निकले बिना दूसरो की समस्या
के बारे में चिंतित होना
43 तू भी राणी मैं भी राणी
कुण घालेला खीच में पाणी
जहाँ हर व्यक्ति अपने आप को विशिष्ट समझता
हे वहां पर किसी काम का पूरा होना आसान नहीं होता है।
44 नाई री जान में सब ठाकुर ही ठाकुर
जहाँ हर व्यक्ति अपने आपको महत्वपूर्ण समझता हे
45 गमियो ऊँट घड़े में जोइजे
कोई वस्तु खो जाने पर असम्भावित स्थान पर खोजना
46 ख़ाकमें छोरो ने गाँव में ढिंढोरा।
पास में रखी वस्तु को बहुत दूर जा कर खोजना
47 अलूणी सिल्ला कोई कोनी चाटे
बिना लालच दिए किसी से भी काम की अपेक्षा
नहीं करनी चाहिए।
48 घी सुधारे सारणा ने नाम बहु रा होय
49 मोंगिया मिले रे माल
ज्यों कई कमी रे लाल
मांगने की आदत बहुत बुरी हे
आजकल के ज़माने में क्रेडिट कार्ड
लोगो की आदते बिगड़ रहे हे
50 भेले पड़िया बासन तो खड़बड़े इज
साथ में रहने वालो के आपस में कहा सुनी तो होती है of
51 हाथ ही बलिया ने होला ही ढुलिया
दुहरा नुक्सान होना
52 टके री होंडी गयी ने कुत्ते री जात पहचोनी
कम नुकसान में व्यक्ति की आदत की जानकारी हो जाना
53 नवो मुल्लो घणो अल्लाह अल्लाह करे
नौसीखिया व्यक्ति अधिक आवाज करता है
54 तालवे रे गुड़ लगावनो
किसी को थोड़ा लेकिन अधिक समय तक चलने वाला लालच देना।
55 ज्योंरा पड़िया स्वभाव जाही जीव सू
नीम न मीठा होय सींचो गुड घी सूं
किसी का स्वाभाव बदलना आसान नहीं है ।
56 पीसियो जीको घीसियो ने छोणियो जीको जोणियो
मेहनत किसी की और नाम किसी और kका
57 रमायोडे रो नाम नहीं पर रोवोनियोडे रो नाम वे।
प्यार भूल जाते हे पर किसी ने दिल दुखाया
वो याद रह जाता है।
58 फिरे जिको चरे ने बाधो भूखों मरे।
ज्ञान अर्जित करने के लिए भ्रमण
आवश्यक है।
59 नाई नाई केश किता के मूंडिया मूंडिया मूंडागे
आ जाई।
60 खावे मूंडो ने लाजे आँख
किसी का ऐहसान लेने वाले को आँख की शर्म तो
रखनी पड़ती है।
61 कमाऊ आवे डरतो नेअ ण कमाऊ आवे लड़तो।
योग्य व्यक्ति को अपनी औकात पता होती है जबकि अयोग्य व्यक्ति सदैव ख्वाबों में ही रहता है
62 खावे सूअर ने कुटीजे पाड़ा।
अपराध किसी ने किया और दंड किसी और को
मिला।
63 गुड़ दीयों मरे तो जहर क्यूँ देवणो।
यदि कोई कार्य आसानी से हो रहा हे तो दुर्लभ रास्ता क्यों अपनाना।
64 फिरे जिको चरे ने बाधो भूखों मरे।
कुछ प्राप्त करने के लिए प्रयत्न करना पड़ता है।
65 तांगे रो घोड़ो ने रास रो छोरो कदेई सीधो नहीं ऊबे
जिसकी आदत घूमने की हो जाती हे
वह कभी भी एक जगह टिक कर नहीं बैठ सकता है।
66 एक टको अंटी ने हार घड़ाऊं के कण्ठी
अपर्याप्त साधनों के साथ हवाई किले बनाना
67 नवी बात नौ दिन और खोंची तोणी तेरह दिन।
कोई भी नयी घट्ना कुछ समय बाद लोग भूल
जाते है।
68 घी ढुलियो तो मूंगों में
नुक्सान होते होते रह जाना।
6 9 सीख शरीरों ऊपजे ने दीयों लागे डॉम
दूसरों द्वारा दी गयी सलाह डाम (गरम सलाख़ों )
जैसी लगती है। स्वयं के मन से उपजा हुआ ज्ञान
ही असर कारक होता है।
70. दूर जमाई फूल बराबर ,गांव जमाई आधा
मारवाड़ी भाषा में कहावतों को अखाने कहा जाता हे| मारवाड़ी भाषा में इन अखानों का भण्डार हे |
इन अखानों की विशेषता हे क़ि ये स्थिति विशेष में ही याद आते हे |अखाने के अनुरूप घटना होते ही या माहोल बनते ही तुरंत याद आते हे|आ इये मारवाड़ी अखानों का मारवाड़ी में मज़ा लेते है।
1. जान जीमगी मांड जीमगी तोंयी उबलती रेई.
छ कौडी रे बेसन में पनालों कड़ी बहई
कड़ी की दावत बहुत सस्ते में हो जाती है
2 कोणे कौणे रे बणे हीं ने कोणे बिनो हजे नहीं.
लड़ झगड़ कर भी साथ रहना.
3 बोंदरी ने बिच्छु खायो
उछल कूद करने वाले को और उछलने का मौका मिल जाना
4. ज्योंरी खावों बाजारी वोंरी बजाओं हाजरी
रोजगार देने वाले के गुण गाना
5. बोले जीना तो बूमडा ही बिक जावे ह
प्रचार करना व्यापार के लिए आवश्यक हे
6. सेर री होंडी में सवा सेर ऊरियो
योग्यता से अधिक की प्राप्ति होना
7. गेली सासरे जावे नहीं ने जा वे तो पाछी आवे नहीं
हर काम बिना सीमा के करना
8. गाडो देख ने पग सुझावे
सुविधा मिलते ही असमर्थता बताना
9 खोड़ी बऊ बाहिंदो करे सात जणा टोंग झेले
एक काम को करने के लिए अनेक व्यक्तियों की सहायता लेना
10. बाबो बेठो इण घर ने टोंग पसारी उण घर
अत्यधिक बिखेरा करना
11. कालिए रे कने गोरियो बैठे
गुण नहीं लेई पण लखण तो लेवे
किसी का साथ मिलने पर उसके अवगुण ग्रहण करना
१२गप्प मा रूं गप्प मारूंगप्प बड़ी चीज़
बारह हाथ री काकडी ने सोलह हाथ रो बीज
मनगढ़ंत गप्प हांकना
13.आगेई बाबाजी पुठरा ने माथे लगाई भभूत
बिगड़े हुए काम को और बिगाड़ देना
14.चतुर मिनख रो काम नहीं करणों ने
अनविश्वासिये रो टाबर नही राखनो
ऐसे व्यक्ति की मदद नहीं करनी चाहिए जो अपने आप को बहुत पारंगत समझता हे! और जो किसी पर विश्वास नहीं करता हे उसके बच्चे की जिम्मेदारी भी नहीं
लेनी चाहिए .
15लदीयोड़ो गधो सीधो चाले
जब काम की जिम्मेदारी होती हे तो व्यक्ति का दिमाग ठीक रहता हे
16. चंवरी हेटे उतारनी सोरी ने हीए हेटे उत्तारनीदोरी
16. चंवरी हेटे उतारनी सोरी ने हीए हेटे उत्तारनीदोरी बेटी की शादी करनी आसान हे पर यह निर्णय लेना मुश्किल हे कि रिश्ता कहाँ किया जाय
17.रावलो तेल पल्ले में लीजे
मुफ्त में मिली वास्तु कि चिंता ज्यादा नहीं करनी
चाहिए। थोड़ी बहुत इधर उधर बिखर भी जाए तो भी
चलता है।
18.राजा थारे राज में पोल तो देखे जटेयी घुस जा
अनियमितता के बारे में शिकायत करने की जगह उसका लाभ उठाना ठीक रहेगा
19. बींद रे मुंडे लारों पड़े तो जोनी बापडा कई करे
जब नेता अयोग्य होता हे तो समर्थक भी असमर्थ
हो जाते हे।
20. बेरे में आयी जरे खेली में भी आयी
प्रमुख स्त्रोत में आपूर्ति होने के बाद ही आगे तक आपूर्ति होगी
21. जाया ही गोरा नहीं तो नायो कोई गोरा व्हे
वंशानुगत आदतें बदलना नामुमकिन है
22.फूहड़ चाले कलमच्कोल ने डावो कंवलो लेगी तोड़
जिस व्यक्ति में सलीका नहीं होता हे वह अत्यधिक गेर जिम्मेदार होता है
23. सोने ऊँ घडाई मूंगी
बहुत महंगा सौदा
24. बड़ों पेली तेल पीवे
लाभ अर्जित करने में आगे रहना
25. भूत मरे ने पलीत जागे
एक समस्या का हल होते ही दूसरी प्रकट हो जाना
26. कदे मरिया ने कदे भूतनी बणिया
अज्ञान व्यक्ति का अचानक ज्ञानी बन जाना
27. कैर आलो ही बले ने सासू सूदी ही लड़े
सास हमेशा झगडालू ही लगती है।
28. गधों ऊ कई गलियों छोनी हे कई
अपने कार्य में व्यक्ति पारंगत होता हे
29 राब केवे के मनेई दोंतों ऊँ खावो
अयोग्य व्यक्ति का भी सम्मान की अपेक्षा रखना
30 थप्पड़ मार ने गाल रातो राखे
झूठी शान दिखाना
31 केयोड़ो कुम्हार गधे माते कोनी चढ़े
दूसरों के कहने से अच्छी सलाह भी नहीं मानना
32 ठोठी रे मन में घणी आवे
असमर्थ व्यक्ति को हर कार्य आसान लगता है।
३३ भाटो मार ने माथो मोंडियो
स्वयं तकलीफ को बुलाना
34 नवो मुल्लो घणो अल्ला अल्ला करे
नौसिखिया व्यक्ति अधिक ज्ञान बखारता है।
35 सातों री माँ ने सियालिया खाय
अधिक व्यक्तियों को जिम्मेदारी सोंपने पर कार्य बिगड़ जाता हे
36 नोनोने जीमण ने माँ घी घालन वाली
दोहरे लाभ का स्थान
37 जगत आगे जीतिया ने पेट आगे हारिया
सफल व्यक्ति को भी अपनी संतान के आगे
झुक जाना पड़ता हे।
38 छोने सेक बुलाई ने ऊंट चढ़ ने आयी
गुप्त रखने वाली बात का ढिंढोरा पीटना
39 सात दाइयों भेली व्हे जरे पेट फोड़े
जहाँ बहुत अधिक विशेषज्ञ होते हैं तो सफलता
की संभावना कम हो जाती है
40 दाई ऊँ पेट छोनों कोनी
जानकार व्यक्ति से स्थिति छुपाना मुश्किल है।
41 सेर री होंडी में सवा सेर ऊरियो
योग्यता से अधिक प्राप्त हो जाना।
42 पगे बलती तो दिखे कोनी ने डूंगर बलती दिखे कोनी
खुद की समस्या का हल निकले बिना दूसरो की समस्या
के बारे में चिंतित होना
43 तू भी राणी मैं भी राणी
कुण घालेला खीच में पाणी
जहाँ हर व्यक्ति अपने आप को विशिष्ट समझता
हे वहां पर किसी काम का पूरा होना आसान नहीं होता है।
44 नाई री जान में सब ठाकुर ही ठाकुर
जहाँ हर व्यक्ति अपने आपको महत्वपूर्ण समझता हे
45 गमियो ऊँट घड़े में जोइजे
कोई वस्तु खो जाने पर असम्भावित स्थान पर खोजना
46 ख़ाकमें छोरो ने गाँव में ढिंढोरा।
पास में रखी वस्तु को बहुत दूर जा कर खोजना
47 अलूणी सिल्ला कोई कोनी चाटे
बिना लालच दिए किसी से भी काम की अपेक्षा
नहीं करनी चाहिए।
48 घी सुधारे सारणा ने नाम बहु रा होय
49 मोंगिया मिले रे माल
ज्यों कई कमी रे लाल
मांगने की आदत बहुत बुरी हे
आजकल के ज़माने में क्रेडिट कार्ड
लोगो की आदते बिगड़ रहे हे
50 भेले पड़िया बासन तो खड़बड़े इज
साथ में रहने वालो के आपस में कहा सुनी तो होती है of
51 हाथ ही बलिया ने होला ही ढुलिया
दुहरा नुक्सान होना
52 टके री होंडी गयी ने कुत्ते री जात पहचोनी
कम नुकसान में व्यक्ति की आदत की जानकारी हो जाना
53 नवो मुल्लो घणो अल्लाह अल्लाह करे
नौसीखिया व्यक्ति अधिक आवाज करता है
54 तालवे रे गुड़ लगावनो
किसी को थोड़ा लेकिन अधिक समय तक चलने वाला लालच देना।
55 ज्योंरा पड़िया स्वभाव जाही जीव सू
नीम न मीठा होय सींचो गुड घी सूं
किसी का स्वाभाव बदलना आसान नहीं है ।
56 पीसियो जीको घीसियो ने छोणियो जीको जोणियो
मेहनत किसी की और नाम किसी और kका
57 रमायोडे रो नाम नहीं पर रोवोनियोडे रो नाम वे।
प्यार भूल जाते हे पर किसी ने दिल दुखाया
वो याद रह जाता है।
58 फिरे जिको चरे ने बाधो भूखों मरे।
ज्ञान अर्जित करने के लिए भ्रमण
आवश्यक है।
59 नाई नाई केश किता के मूंडिया मूंडिया मूंडागे
आ जाई।
60 खावे मूंडो ने लाजे आँख
किसी का ऐहसान लेने वाले को आँख की शर्म तो
रखनी पड़ती है।
61 कमाऊ आवे डरतो नेअ ण कमाऊ आवे लड़तो।
योग्य व्यक्ति को अपनी औकात पता होती है जबकि अयोग्य व्यक्ति सदैव ख्वाबों में ही रहता है
62 खावे सूअर ने कुटीजे पाड़ा।
अपराध किसी ने किया और दंड किसी और को
मिला।
63 गुड़ दीयों मरे तो जहर क्यूँ देवणो।
यदि कोई कार्य आसानी से हो रहा हे तो दुर्लभ रास्ता क्यों अपनाना।
64 फिरे जिको चरे ने बाधो भूखों मरे।
कुछ प्राप्त करने के लिए प्रयत्न करना पड़ता है।
65 तांगे रो घोड़ो ने रास रो छोरो कदेई सीधो नहीं ऊबे
जिसकी आदत घूमने की हो जाती हे
वह कभी भी एक जगह टिक कर नहीं बैठ सकता है।
66 एक टको अंटी ने हार घड़ाऊं के कण्ठी
अपर्याप्त साधनों के साथ हवाई किले बनाना
67 नवी बात नौ दिन और खोंची तोणी तेरह दिन।
कोई भी नयी घट्ना कुछ समय बाद लोग भूल
जाते है।
68 घी ढुलियो तो मूंगों में
नुक्सान होते होते रह जाना।
6 9 सीख शरीरों ऊपजे ने दीयों लागे डॉम
दूसरों द्वारा दी गयी सलाह डाम (गरम सलाख़ों )
जैसी लगती है। स्वयं के मन से उपजा हुआ ज्ञान
ही असर कारक होता है।
70. दूर जमाई फूल बराबर ,गांव जमाई आधा
घर जमाई गधे बराबर ,जब चाहो तब लादा।
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